पांचों आरोपी उत्तम पोहाणे, अंकुश गिरी, सुरेश धनोरे, दिलिप भोगे और दिलिप खामकर को 20 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. एसपी अनिल पारसकर ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी आसिफ शाह उर्फ मुन्ना पठान एक ऑटो ड्राइवर है. उसी ने चौथी कक्षा में पढ़ने वाले 9 वर्षीय लड़के का वर्धा की वडार बस्ती इलाके से 8 नवंबर को अपहरण किया और फिर उसका कत्ल कर दिया.
मासूम को मौत के घाट उतारने के बाद मुन्ना ने उसके मृत शरीर से आंखें और किडनी निकाल लिए. इसके बाद वह दूर-दराज के एक हनुमान मंदिर में गया, जहां उसने मंदिर के बाहर इन्हें पकाकर खाया और इसके बाद पूजा भी की. करीब एक हफ्ते पहले ही एक चश्मदीद ने पुलिस को बताया था कि उसने मासूम बच्चे को मुन्ना के साथ देखा था.
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http://aajtak.intoday.in/story/9-yr-old-boy-killed-in-wardha-body-parts-eaten-say-police-1-787856.html
अपहरण के बाद की हत्या, भूनकर खाए कई अंग
जमीन में गड़े गुप्त खजाने को निकालने को 'विशेष शक्तियां' हासिल करने के लिए एक व्यक्ति ने 9 साल के मासूम बच्चे का अपहरण किया और फिर उसे मारकर उसके कई अंग खा गया। मृत बच्चा उसके परिचित का बेटा था।
मामला महाराष्ट्र के वर्धा का है। जहां बीते 8 नवंबर को बच्चे की लाश मिली थी। इसके बाद जब छानबीन शुरू हुई तो पुलिस ने मुख्य आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया जबकि उसे इस जघन्य अपराध के लिए बहकाने के आरोप में पांच अन्य लोगों को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए आरोपियों में से उत्तम पोहाने, अंकुश गिरि, सुरेश धानोरे, दिलीप भोगे और दिलीप खामकर को 20 नवंबर तक की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
डीएसपी अनिल परास्कर ने बताया कि पेशे से ऑटो रिक्शा ड्राइवर आरोपी आसिफ शाह उर्फ मुन्ना पठान ने 8 नवंबर को बच्चे को किडनैप किया और फिर एक सुनसान जगह ले जाकर उसका गला घोंटकर मार डाला।
बच्चे की हत्या के बाद उसने उसकी आंखें और किडनी निकाल ली और शहर के बाहर बने मंदिर के बाहर रख दिया। इसके बाद उसने उन्हें आग में पकाया और खाने से पहले पूजा की।
एक हफ्ते पहले एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने बच्चे को पठान के साथ देखा था। पुलिस ने पठान को पकड़कर जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि गुप्त खजाने की रखवाली कर रहे भूतों से निपटने के लिए उसने खास पूजा की और इसीलिए बच्चे का इस्तेमाल किया।
अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वे लगातार पठान के संपर्क में थे और उन्होंने ही उसे कई बार उकसाया कि गुप्त खजाना पाने के लिए बच्चे की बलि देना जरूरी है। यही नहीं, घटना को अंजाम देने के बाद वे लोग उसे एक जगह लेकर गए जहां गुप्त धन होने का दावा किया गया था।
डीएसपी ने बताया कि पठान उस एरिया में लगातार आता रहता था इस वजह से बच्चे के पिता समेत बाकी लोग भी उसे जानते थे। वह एक तांत्रिक किस्म का व्यक्ति है जिसने काला जादू भी सीखा है। आरोपी पठान खुद भी तीन बच्चों का पिता है। जबकि पीड़ित परिवार में रुपेश की हत्या के बाद अब एक लड़का और एक लड़की ही बचे हैं।
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http://www.amarujala.com/feature/crime-bureau/nine-year-boy-killed-in-wardha-body-parts-eaten-hindi-news-bm/?page=0
अपहरण के बाद की हत्या, भूनकर खाए कई अंग
दिल्ली जमीन में गड़े गुप्त खजाने को निकालने को 'विशेष शक्तियां' हासिल करने के लिए एक व्यक्ति ने 9 साल के मासूम बच्चे का अपहरण किया और फिर उसे मारकर उसके कई अंग खा गया। मृत बच्चा उसके परिचित का बेटा था।
मामला महाराष्ट्र के वर्धा का है। जहां बीते 8 नवंबर को बच्चे की लाश मिली थी। इसके बाद जब छानबीन शुरू हुई तो पुलिस ने मुख्य आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया जबकि उसे इस जघन्य अपराध के लिए बहकाने के आरोप में पांच अन्य लोगों को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया।
पकड़े गए आरोपियों में से उत्तम पोहाने, अंकुश गिरि, सुरेश धानोरे, दिलीप भोगे और दिलीप खामकर को 20 नवंबर तक की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
डीएसपी अनिल परास्कर ने बताया कि पेशे से ऑटो रिक्शा ड्राइवर आरोपी आसिफ शाह उर्फ मुन्ना पठान ने 8 नवंबर को बच्चे को किडनैप किया और फिर एक सुनसान जगह ले जाकर उसका गला घोंटकर मार डाला। बच्चे की हत्या के बाद उसने उसकी आंखें और किडनी निकाल ली और शहर के बाहर बने मंदिर के बाहर रख दिया। इसके बाद उसने उन्हें आग में पकाया और खाने से पहले पूजा की।
एक हफ्ते पहले एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने बच्चे को पठान के साथ देखा था। पुलिस ने पठान को पकड़कर जब कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि गुप्त खजाने की रखवाली कर रहे भूतों से निपटने के लिए उसने खास पूजा की और इसीलिए बच्चे का इस्तेमाल किया।
अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पांच अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है क्योंकि वे लगातार पठान के संपर्क में थे और उन्होंने ही उसे कई बार उकसाया कि गुप्त खजाना पाने के लिए बच्चे की बलि देना जरूरी है। यही नहीं, घटना को अंजाम देने के बाद वे लोग उसे एक जगह लेकर गए जहां गुप्त धन होने का दावा किया गया था।
डीएसपी ने बताया कि पठान उस एरिया में लगातार आता रहता था इस वजह से बच्चे के पिता समेत बाकी लोग भी उसे जानते थे। वह एक तांत्रिक किस्म का व्यक्ति है जिसने काला जादू भी सीखा है। आरोपी पठान खुद भी तीन बच्चों का पिता है। जबकि पीड़ित परिवार में रुपेश की हत्या के बाद अब एक लड़का और एक लड़की ही बचे हैं।
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