The Death Threat: Former politician's daughter in law Shot dead, son
injured, CCTV DVR stolen
Part 1
The Death Threat: Former politician's daughter in law Shot dead, son
injured, CCTV DVR
Part 2
- भावना पूर्व जिला पंचायत सदस्य पूनम चौधरी और पूर्व प्रधान ब्रजवीर सिंह मुन्नू की बहू थी।
- इस हमले में भावना का पति प्रशांत भी हाथ में गोली लगने से घायल हो गया था।
- परिजनों ने भावना की हत्या को रंजिशन बताते हुए दौराला ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राहुव देव समेत 5 को नामजद और दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
- लेकिन, पुलिस की जांच में नामजद कराए गए आरोपियों के घटना में शामिल होने के कोई सबूत नहीं मिले।
जोनल क्राइम ब्रांच ने खोला केस
- भावना मर्डर केस का पांच महीने बाद भी खुलासा न होने पर पुलिस की किरकिरी हो रही थी।
- भावना के परिजनों ने डीआईजी और आईजी से मिलकर घटना के खुलासे की मांग की थी।
- आईजी सुजीत पांडे ने जोनल क्राइम ब्रांच को केस के खुलासे की जिम्मेदारी दी।
- पुलिस सूत्रों के अनुसार जोनल क्राइम ब्रांच ने घटना से संबंधित जानकारी हासिल कर अपना काम शुरू कर दिया।
- जिसके बाद जोनल क्राइम ब्रांच ने मेरठ क्राइम ब्रांच और थाना पल्लवपुरम पुलिस की मदद से कुछ लोगों को उठाकर पूछताछ की।
- पूछताछ के दौरान पुलिस के हाथ घटना की कड़ी लग गई, जिसके बाद हत्या का खुलासा हो गया।
पति ने जेल में बंद अपने पिता को निकलवाने के लिए रची साजिश
- घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधिकारियों द्वारा बताया गया कि प्रशांत का पिता ब्रजवीर उर्फ मुन्नू एक हत्या के आरोप में जेल में बंद है।
- उसे जेल से बाहर निकलवाने के लिए प्रशांत ने गोपाल और जेल में बंद अपने पिता ब्रजवीर से मिलकर योजना बनाई।
- योजना बनी कि भावना की हत्या सुपारी देकर कराने के बाद उसकी हत्या के आरोप में विपक्षी लोगों को फंसा दिया जाएगा।
- जब उनके नाम हत्या में आएंगे तो वह समझौते का दबाव बनाएंगे, जिसके बाद समझौता कर ब्रजवीर जेल से बाहर आ जाएगा।
- पुलिस के अनुसार, भावना की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उसकी पैरवी करने के लिए उसके मायके में कोई नहीं था।
6 लाख रुपए की दी गई सुपारी
- एसपी सिटी ओमप्रकाश ने बताया कि हत्या के लिए प्रशांत ने 6 लाख रुपए की सुपारी तय की थी।
- शूटरों से मुलाकात गोपाल और जमालपुर गांव के ही सुमित ने मसूरी निवासी गौरव और उसके साथियों से कराई थी।
- घटना के दिन तय योजना के अनुसार, सुमित, गौरव, प्रवीन और गौरव का एक अन्य साथी गोपाल के साथ पल्लवपुरम में आई-20 कार से पहुंचे।
- उसके बाद तय योजना के अनुसार प्रशांत अपनी पत्नी भावना के साथ होटल में खाना खाने चला गया।
- होटल से वापस लौटकर जब प्रशांत अपनी पत्नी भावना के साथ घर पहुंचा तभी शूटरों ने भावना पर गोली चला दी।
- गोली लगने से भावना की मौके पर ही मौत हो गई थी। किसी को शक न हो इसलिए प्रशांत ने एक गोली अपने हाथ में लगवाई थी।
प्रशांत की बहन का भी निकला हाथ
- पुलिस के अनुसार घटना की सूचना प्रशांत की बहन एकता ने कंट्रोल रूम को दी थी।
- जांच में एकता का हाथ भी घटना में शामिल पाया गया।
- एकता ने घटना से पहले प्रशांत को फोन कर उसकी लोकेशन पता की थी। प्रशांत ने बताया था कि वह घर के लिए चल दिए हैं।
- जिसके बाद एकता ने शूटरों को अलर्ट कर दिया था।
- एकता ने ही घर में लगे सीसीटीवी कैमरों का डीबीआर निकालकर बाहर रख दिया था, जिसे बाद में भावना की हत्या कर शूटर अपने साथ ले गए थे।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
- पुलिस ने भावना के पति प्रशांत के अलावा प्रवीन निवासी हैदरपुर, मुजफ्फरनगर, सुमित निवासी जमालपुर, गोपाल निवासी जमालपुर को गिरफ्तार किया है।
- पुलिस ने इनके पास से दो तमंचे और 4 कारतूस बरामद किए हैं।
- पुलिस का कहना है कि एकता उर्फ बुलबुल, सोहन सिंह गौरव और उसका एक साथी अभी फरार हैं।
- पुलिस ने उनकी भी जल्द ही गिरफ्तारी करने का दावा किया है।
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https://www.bhaskar.com/news/UP-MEER-police-disclose-bhavna-murder-case-four-arrested-including-husband-5335589-PHO.html
पिता के लिए छह लाख रुपए में कराई पत्नी की हत्या, पांच महीने बाद खुली पोल
चर्चित भावना मर्डर केस का पांच माह बाद सनसनीखेज खुलासा हुआ है। भावना के पति प्रशांत ने ही अपने पिता के लिए भावना की हत्या कराई थी। भावना की हत्या कराकर प्रशांत अपने पिता ब्रजवीर को जेल से छुड़ाना चाहता था।
इस षड्यंत्र में प्रशांत का पिता, बहन और बहनोई के अलावा चचेरा भाई शामिल थे। प्लानिंग थी कि भावना की हत्या में ब्रजवीर के विरोधियों को फंसाकर फैसला करा लिया जाए। इसके लिए योगेश भदौड़ा गैंग को छह लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। पुलिस ने प्रशांत और उसके चचेरे भाई के अलावा दो शूटरों को गिरफ्तार करते हुए हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिए हैं।
पल्लवपुरम फेज-2 निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य पूनम चौधरी की पुत्रवधू भावना पत्नी प्रशांत चौधरी की बीती 26 दिसंबर की रात घर में ही गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। घटना में प्रशांत को भी हाथ में गोली लगी थी। हत्या में दौराला के पूर्व ब्लॉक प्रमुख राहुल देव, कमालपुर ग्राम प्रधान गौरव, दौराला निवासी वीरेंद्र समेत पांच लोग नामजद हुए थे।
विरोधियों को फंसाने के लिए की थी प्लानिंग
विगत वर्ष गन्ना समिति के चुनाव में राहुल देव खेमे के दौराला निवासी नरेंद्र की हत्या हुई थी। जिसमें नरेंद्र के भाई वीरेंद्र की नामजदगी पर पुलिस ने प्रशांत के पिता ब्रजवीर उर्फ मुन्नू को जेल भेजा था। प्रशांत ने भावना की हत्या में वीरेंद्र और राहुल देव पक्ष को नामजद कराया था।
पुलिस इस नामजदगी को संदिग्ध मानकर प्रशांत को ही शक के घेरे में लेकर चल रही थी, लेकिन कुछ कारणों से खुलासा अटका था। पांच माह के अंतराल में कई मोड़ों से गुजरी जांच में पुलिस ने पुख्ता सुबूत जुटाते हुए भावना की हत्या में प्रशांत पक्ष को ही आरोपी माना।
बहन बुलबुल के साथ मिलकर रची साजिश
शनिवार को एसपी सिटी ओपी यादव और एसपी क्राइम अजय सहदेव ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि भावना की हत्या प्रशांत ने भदौड़ा गैंग को छह लाख रुपये की सुपारी देकर करवाई थी।
इस हत्या का षड्यंत्र खुद प्रशांत, उसकी बहन एकता उर्फ बुलबुल, बहनोई सोहन सिंह उर्फ बलवीर सिंह निवासी गांव करनावल सरुरपुर और जेल में बंद ब्रजवीर ने रचा था। प्लानिंग थी कि भावना की हत्या में राहुल देव और नरेंद्र पक्ष को फंसा दिया जाए।
ताकि दोनों पक्षों में समझौता कर ब्रजवीर को जेल से छुड़ाया जा सके। भावना की हत्या में प्रशांत के अलावा उसके चचेरे भाई गोपाल पुत्र विक्रम सिंह निवासी जमालपुर और भदौड़ा गैंग के दो शूटरों सुमित पुत्र दलवीर निवासी जमालपुर और प्रवीण उर्फ बबलू पुत्र बलजोर सिंह निवासी हैदरपुर तितावी मुजफ्फरनगर को गिरफ्तार किया है।
इनसे चार तमंचे और चार कारतूस बरामद किए गए हैं। इस खुलासे में पल्लवपुरम एसओ तेजसिंह यादव, क्राइम ब्रांच प्रभारी संजीव यादव और जोनल क्राइम ब्रांच की टीम को आईजी जोन सुजीत पांडेय ने 15 हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है।
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http://www.amarujala.com/national/crime/three-arrested-in-bhawna-murder-case-after-five-months?pageId=1